गुरुवार, 20 जनवरी 2011

देशभर में मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) की सुविधा 20 जनवरी से

चुटकी -- एम.के. सांघी
प्रश्न : दद्दू, मोबाइल नंबर की पोर्टेबिलिटी सुविधा से उपभोक्ताओं को कितना लाभ होगा?

उत्तर : उतना ही जितना कि आम चुनाओं में किसी एक राजनीतिक दल को अपदस्थ करके दूसरे दल को सत्ता मे लाने पर होता है।
एमएनपी: मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) की सुविधा-20 जनवरी से 
देशभर में मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) की सुविधा 20 जनवरी से लागू हो रही है। मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी से नाखुश उपभोक्ता आज से नंबर बदले बिना ऑपरेटर बदल सकेंगे|प्रयोग के तौर पर एमएनपी की सुविधा पिछले साल 25 नवंबर से हरियाणा के कुछ इलाकों में लागू की गई थी। अब करीब 3 साल की देरी से यह देश भर में लागू हो रही है।

 एमएनपी:

  • एमएनपी का मतलब है मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी कि आप चाहे किसी भी कंपनी के ग्राहक बनें, आपका मोबाइल नंबर नहीं बदलेगा।
  • दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल के मुताबिक, इससे बड़ा फायदा यह होगा कि अगर आप अपनी मौजूदा टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनी की सेवा से खुश नहीं हैं तो नंबर बदलने की चिंता से मुक्‍त रहते हुए दूसरी कंपनी के ग्राहक बन सकते हैं।
  • एमएनपी के लिए आप अपने मोबाइल फोन के मैसेज बॉक्‍स में लिखें, ' PORT', एक स्‍पेस देकर अपना मोबाइल नंबर टाइप करें।
  • इसे 1900 पर एसएमएस कर दें।
  • बदले में आपको 8 नंबरों का कोड और उसकी एक्सपायरी डेट मिलेगी। इस कोड को यूनीक पोर्टिंग कोड (यूपीसी) कहा जाता है।
  • अब आपको कोड, घर का पता और अपनी पहचान से जुड़ा दस्‍तावेजी सुबूत (वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस वगैरह), फोटो, यूपीसी और मोबाइल नंबर के जिक्र वाले आवेदन के साथ उस कंपनी के नजदीकी ग्राहक सेवा केंद्र पर जाना होगा, जिसकी सेवा आप लेना चाहते हैं।
  • यह काम आपको यूपीसी एसएमएस में आई एक्सपायरी डेट के भीतर करना होगा।
  • इसके बाद ऑपरेटर आपकी अर्जी को मोबाइल पोर्टेबिलिटी क्लियरिंग हाउस तक पहुंचाएगा। वहां आपका नंबर मौजूदा कंपनी से हटा कर नई कंपनी के तहत एक्टिवेट कर दिया जाएगा। पूरी प्रकिया में 7 दिन लगेगा।
  • नई कंपनी में आपका नंबर एक्टिवेट करने में 2 घंटे लगेंगे। इस दौरान आपका मोबाइल नंबर काम नहीं करेगा।
  • इस 2 घंटे के बारे में आपको एसएमएस के जरिए पहले से सूचना दी जाएगी। इसमें ग्राहकों की सुविधा का खयाल रखते हुए यह भी तय किया गया है कि रात बारह से सुबह पांच बजे के बीच ही यह काम निपटाया जाए।
  • आपका कनेक्‍शन पोस्टपेड है या प्रीपेड, एमएनपी के लिए इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। हां, पोस्टपेड कनेक्शन पर अगर कोई बिल बकाया है, तो उसे चुकाए बिना एमएनपी नहीं मिलेगी। पोस्ट पेड उपभोक्ताओं को अपना पिछला बिल पोर्टिग फॉर्म के साथ देना होगा।
  • प्री पेड उपभोक्ताओं के लिए टॉक टाइम के बचे हुए पैसे वापस नहीं मिलेंगे। न ही नए ऑपरेटर के यहां एडजस्ट होंगे। बेहतर होगा कि बैलेंस का पूरा इस्तेमाल करने के बाद ही सेवाएं बदलें।
  • एमएनपी की फीस 19 रुपए है। बीएसएनएल यह भी नहीं लेगा। कंपनी प्रीपेड के लिए सौ रुपए का रिचार्ज और पांच जीबी डाउनलोडिंग मुफ्त देगी।
  • आप कंपनी बदल कर भी सेवा से संतुष्‍ट नहीं हैं तो भी चिंता करने की जरूरत नहीं है। बस 3 महीने बाद आप फिर ऑपरेटर बदल सकते हैं और एमएनपी ले सकते हैं।

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