रविवार, 19 दिसंबर 2010
भारत स्वाभिमान मंच के सच्चे सपूत दिवंगत दीक्षित जी की स्मृति मे योग शिविर-पतंजलि योग समिति बिलासपुर
भारत स्वाभिमान मंच के सच्चे सपूत दिवंगत दीक्षित जी की स्मृति मे योग शिविर संपन्न
मंजू बहिन ने नैतिक मूल्यों और मोरल एजुकेशन को जीवन मे अपनाने की प्रेरणा दी
भाई उमेश शिहोते जी ने अपने भजन समूह के साथ मनभावन प्रस्तुति दी
रणजीत हॉल गुरुनानक स्कूल मे भारत स्वाभिमान मंच के सच्चे सपूत दिवंगंत दीक्षित जी की स्मृति मे योग शिविर संपन्न शिविर संपन्न हुआ। शिविर के प्रथम सत्र मे भारत स्वाभिमान मंच के सच्चे सपूत दिवंगत दीक्षित जी की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से की प्रार्थना की गयी ,समापन के अवसर पर मंजू बहिन जी ने प्रतियोगी छात्रों को सकरात्मक प्रतिस्पर्धा के प्रयासों के साथ नैतिक मूल्यों और मोरल एजुकेसन को जीवन मे अपनाने की प्रेरणा दी ।उन्होंने कहा कि चरित्र की शुचिता से ही मानव जीवन मे वास्तविक सफलता अर्जित कर सकता है ,शरीर, मन और आत्मा हर स्तर पर स्वस्थ रहने के लिए योग तथा आसनों का विशेष महत्व है। ऐसी कई विधियाँ हैं जिनका नियमित अभ्यास करके व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ एवं निरोगी बने रह सकता है।ध्यान से मन को विशिष्टता प्राप्त होती है।समापन के अवसर पर भाई उमेश शिहोते जी ने अपने भजन समूह के साथ मनभावन प्रस्तुति दी।
शिविर मे पतंजलि योग समिति बिलासपुर मुख्य योग सलाहकार और शिक्षिका मंजू बहिन ,सुनील टुटेजा, के. श्रीवास्तव, विक्रम भाई द्वारा भस्त्रिका प्राणायाम, कपालभाती,अग्नीसार क्रिया,अनुलोम.विलोम प्राणायाम,भ्रामरी प्राणायाम,उद्गीथ प्राणायाम,प्रणव प्राणायाम सहित सूर्यनमस्कार,सुखासन, उष्ट्रासन सिद्धासन,पद्मासन,वज्रासन,भुजंगासन, नौकासन,तितली आसन ,हास्यासन, त्रिकोणासन ,ताड़ासन, सूक्ष्म व्यायामों के साथ योगनिद्रा आदि का नियमित अभ्यास कराया गया।शिविर के सफ़ल संचालन मे अनिल गाँधी ,सचदेवा भाई,प्रशांत देवांगन,संजय यादव ,जुगुन भाई आदि लगे रहे ।
स्वर्गीय श्री दीक्षित के निधन पर भावभीनी श्रध्दांजलि अर्पित करते हुए दिवंगत की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से की प्रार्थना -
भारत स्वाभिमान मंच के सच्चे सपूत दिवंगंत दीक्षित जी को शिविर के प्रथम सत्र मे विनम्र श्रधासुमन अर्पित किये गए। आज से दस वर्ष पूर्व तक अनेक लोग योगसाधना को अत्यंत गोपनीय या असाधारण बात समझते थे। बाबा रामदेव जी ने सरल तरीके से इसे घर घर पंहुचा कर क्रांति का सूत्रपात किया है और भारत सवाभिमान मंच के द्वारा भारत कि कल्याण व प्रगति हेतु क्रय आरम्भ किया गया हैएस्वदेशी के प्रखर प्रवक्ता के रूप में देश में ख्याति अर्जित करनेवाले राजीव दीक्षित पिछले तीन चार सालों से बाबा रामदेव से जुड़े थेण्स्वर्गीय श्री दीक्षित ने आजादी बचाओ आंदोलन के माध्यम से देश के लोगों में राष्ट्रीय चेतना जागृत करने का अथक प्रयास कियाण् दिवंगत दीक्षित वर्ष 1986 में स्वदेशी जागरण मंच से जुड़ने के बाद समग्र भारत में स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग व विदेशी वस्तुओं का परित्याग करने का जो प्रचार.प्रसार शुरू किया थाए उसका व्यापक असर हुआ और इसी से श्री दीक्षित ने देश में अपनी एक अलग पहचान बनाने के साथ एक प्रखर वक्ता के रूप में प्रसिद्धि पाई। बाद में स्वामी रामदेव ने उन्हें पतांजलि योग समिति व भारत स्वाभिमान से जोड़ा। रामदेव बाबा के सानिध्य में श्री दीक्षित ने पतांजलि योग समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में देश में भ्रष्टाचारए भ्रष्ट नेताओंए स्विस बैंक में जमा भ्रष्ट नेताओं के पैसे समेत अन्य मुद्दों को लेकर अलख जगाई व उनके कार्य देश को आगे बढ़ाने तथा लोगों में स्वाभिमान की भावना बढ़ाने में काफी सार्थक सिध्द हुए हैं,लेकिन ३० नवम्बर २०१० भिलाई में अचानक उनके सीने में दर्द हुआ जिसके बाद उन्हें हृदयाघात हो गया, इस तरह वे एकाएक हम सभी को अकेला छोड़ गए ।
16 DEC-20-DEC 2010
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